ABC News: आईआईटी से मोतीझील के बीच मेट्रो के एलीवेटेड ट्रैक का सिविल कार्य आखिरकार पूरा हो गया. सभी नौ स्टेशनों का भी निर्माण हो चुका है. यहां तक कि सीढ़ियां भी तैयार कर ली गई हैं. अब मुख्य ट्रैक पर भी ट्रायल रन के लिए टेस्टिंग शुरू हो जाएगी. वहीं दिवाली के ठीक बाद चुन्नीगंज और नयागंज भूमिगत स्टेशनों का निर्माण भी शुरू हो जाएगा.
धनतेरस और दिवाली को देखते हुए व्यापारियों ने मेट्रो के अफसरों से आग्रह किया था कि नरौना चौराहे के पास प्रस्तावित नयागंज स्टेशन बनाने के लिए अभी बेरीकेडिंग न की जाए. इसी त्योहार में ग्राहकों की भीड़ होती है, बेरीकेडिंग से दिक्कत होगी. आखिरकार यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक ने दोनों स्टेशन का निर्माण इस त्योहार के बाद शुरू करने का निर्देश दिया है. अब इन दोनों भूमिगत स्टेशन बनाने के लिए भी ट्रैफिक डायवर्ट करना है. इसके लिए मेट्रो और ट्रैफिक पुलिस के साथ बैठक की जाएगी. डायवर्जन प्लान लगभग छह माह तक के लिए होगा. पहले टेस्टिंग की जाएगी कि इसके लिए क्या-क्या विकल्प हो सकते हैं. किन रास्तों से आवागमन कराया जाए. बता दें कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने आईआईटी से मोतीझील के बीच 15 नवंबर को ट्रायल रन की तैयारी शुरू कर दी है. आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो चलाने के लिए एक साइड की रेल पटरी पूरी तरह बिछाई जा चुकी है जबकि दूसरी पटरी का काम भी गोल मेडिकल चौराहे के पास पहुंच चुका है. हफ्ते भर में यह काम भी पूरा हो जाने की उम्मीद है.