ABC News: बेरोजगारी, महंगाई, पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्यवृद्धि, कृषि कानून और पंचायत चुनावों के दामों में बढ़ोतरी आदि के विरोध में समाजवादी पार्टी ने बड़ा प्रदर्शन कर शक्ति प्रदर्शन किया. सपाइयों के इस शक्तिप्रदर्शन को विधानसभा चुनावों की तैयारियों से भी जोड़कर देखा गया. हालांकि, इस पूरी कवायद में कोविड प्रोटोकॉल पूरी तरह से बेमानी नजर आया. मास्क और दो गज की दूरी के नियम औंधे मुंह नजर आए.
नेतृत्व के आह्वान पर समाजवादी पार्टी ने प्रदर्शन के माध्यम से अपनी ताकत दिखाई.सपा नगर अध्यक्ष डॉ. इमरान की अगुवाई में शिक्षक पार्क में एकत्र हुए सपाइयों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. खासतौर पर पंचायत चुनावों को लेकर सपाइयों में खासी नाराजगी देखी गई. देश और प्रदेश की भाजपा शासित सरकारों पर आरोप लगाते हुए सपा नेताओं ने कहा कि
पंचायत चुनाव में जिस तरह से सरकार ने अफसरशाही का इस्तेमाल किया है, वह पूरी कहानी को बयां करता है. ब्लॉक प्रमुख चुनाव में महिला प्रत्याशी के साथ हुई अभद्रता के पोस्टर भी यहां पर लहराए गए. शिक्षक पार्क से जैसे ही सपाईयों का पैदल मार्च कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़ा, वैसे ही पार्टी नेता नरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू ठाकुर तेज धूप की वजह से गश खाकर गिर गए. इसके बाद सपाइयों की भीड़ बड़ा चौराहा होते हुए कलेक्ट्रेट की तरफ रवाना हुई.
बड़ा चौराहा पर मौजूद पुलिस बल ने जब सपाइयों को रोका तो थोड़ी देर के लिए जोर आजमाइश भी हुई. इस दौरान विधानसभा चुनावों के दावेदार भी खुद के चेहरों को चमकाते हुए नजर आए. हालांकि, इन सबके बीच कोरोना का प्रोटोकॉल पूरी तरह से दम तोड़ते नजर आए. सपाइयों की भीड़ में मास्क और सोशल डिस्टेसिंग जैसे नियम किनारे हो गए. इसकी वजह से राहगीर और ज्यादा सशंकित नजर आए. राहगीरों का कहना था कि एक तरफ जब कानपुर में कोरोना की दूसरी लहर थमती जा रही है, उस समय इस तरह की भीड़ जुटाकर प्रदर्शन बड़े खतरे की वजह भी बन सकता है.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी