ABC News: (रिपोर्ट: सुनील तिवारी) कोरोना की तीसरी लहर में वैक्सीनेशन का खासा महत्व है. इसके बावजूद लोग तो लापरवाह बने हुए हैं लेकिन जिनके कंधों पर लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, वह उससे ज्यादा बेपरवाह बने हुए हैं. ऐसा ही उदाहरण डीएम नेहा शर्मा के निरीक्षण में सामने आया. लापरवाही से नाराज डीएम ने न केवल जिम्मेदारों पर बरसीं, बल्कि 18 लोगों का वेतन भी रोक दिया. डीएम के निरीक्षण में पाया गया कि निगरानी समितियां पूरी तरह से लापरवाह बनीं हुई हैं.
दरअसल, वैक्सीनेशन को लेकर घर-घर सर्वे कर लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी निगरानी समितियों को दी गई है. इसी क्रम में गुरूवार को डीएम नेहा शर्मा ने बगाही, किदवईनगर और गुजैनी स्थित वैक्सीनेशन सेंटरों का जायजा लिया. यहां पर डीएम काफी खामियां नजर आयी. डीएम ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरएन सिंह को निर्देश दिए कि निगरानी समितियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, क्योंकि उनके द्वारा घर घर सर्वे के कार्य मे लापरवाही बरती जा रही है. निरीक्षण के दौरान बगाही क्षेत्र के निगरानी समिति के कार्य को देखा तथा निगरानी समिति टीम द्वारा केवल एक ही घर ले जा सकी जबकि क्षेत्र में वैक्सीनेशन से अभी अधिक लोग छूटे हुए हैं. यहां पर डीएम ने पाया कि टीम द्वारा सर्वे के कार्य मे रुचि नही ली जा रही है. डीएम ने सभी निगरानी समितियों को सक्रिय होकर घर घर सर्वे कर छुटे हुए लोगो की सूची बनाकर, लोगों की मदद से लोगों को जागरूक करने और वैक्सीनेशन कराने को कहा.
इनके खिलाफ हुई कार्रवाई
डॉ. जया सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी किदवई नगर, देश दीपक वर्मा, राजेश कंचन नगर निगम, मनीषा श्रीवास्तव, आस्था त्रिपाठी, लता मिश्रा बेसिक शिक्षा विभाग से, तपेश्वरी अवस्थी आईसीडीएस से.
डॉ. शैला कुमारी चिकित्सा अधिकारी, गोपाल नगर, शमशेर सिंह, विजय कुमार नगर निगम से, सविता त्रिपाठी बेसिक शिक्षा विभाग से मीरा आईसीडीएस से.
रिषभ (फार्मसिस्ट) नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायमिता, की टीम जिसमें देवीदीन सफाई नायक पर्यवेक्षक नगर निगम, तारा शर्मा, प्रतिभा गुप्ता, कुसुम कुमार बेसिक शिक्षा विभाग से, सुमनलता आईसीडीएस.