ABC News: दिल्ली-हावड़ा रूट पर उस समय हड़कंप मच गया, जब रेलवे के बैटरी केबिन रूम में अचानक आग लग गई. पटरियों के किनारे बने बैटरी केबिन रूम में आग लगने से यहां की सिग्नल प्रणाली ध्वस्त हो गई. इसका असर ट्रेनों के परिचालन पर भी पड़ा. आग की सूचना पाकर फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने इस पर काबू पाया. बताया जा रहा है कि सिग्नल प्रणाली ध्वस्त होने से तकरीबन दो दर्जन ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है. इस घटना की जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं.
दिल्ली-हावड़ा रूट पर गोविंदपुरी पुरी के आगे और पनकी से पहले अर्मापुर के पास अचानक रेलवे के बैटरी केबिन में आग लग गई. इससे पहले कि कोई कुछ समझता, इस आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. चूंकि बैटरी केबिन रेल पटरियों के किनारे ही होता है, ऐसे में यहां मौजूद कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. उन्होंने इसकी जानकारी रेलवे के अफसरों को दी. आग की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने उस पर काबू पाया. उधर, रेलवे की तकनीकी टीम भी मौके पर पहुंच गई. आग गर्मी की वजह से लगी या कहीं कोई शार्ट सर्किट हुआ, इस बात की भी पड़ताल करायी जा रही है.
बैटरी केबिन से जुड़ी होती है सिग्नल व्यवस्था
बता दें कि इन बैटरी केबिन से रेलवे की सिग्नल व्यवस्था जुड़ी होती है. आग की वजह से यहां की सिग्नल प्रणाली भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. बताया जा रहा है कि सिग्नल प्रणाली ध्वस्त होने का असर ट्रेनों के परिचालन पर भी पड़ा है. सिग्नल प्रणाली ध्वस्त होने से तकरीबन दो दर्जन ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है. बताया जा रहा है कि यहां से 15-20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से मैनुअल तरीके से ट्रेनों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
रिपेार्ट: सुनील तिवारी