ABC NEWS: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar pradesh assembly election) शुरू होते ही यूपी में सियासी गर्मी है. यहां शामली की कैराना विधानसभा (Kairana Assembly Election) से इकरा हसन (Iqra Hasan) ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल कर हचलच मचा दी है. वह लंदन से लौटी हैं और उन्होंने कहा कि वह अपने भाई और सपा प्रत्याशी नाहिद हसन (Nahid Hasan) के लिए यहां आईं हैं, क्योंकि उनको बीजेपी सरकार ने गलत तरीके से गिरफ्तार कराया है. उनका मुकाबला बीजेपी के पूर्व सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह से है.
शामली की कैराना विधानसभा सीट लंबे समय से ही सुर्खियों में रही है. यहां समाजवादी पार्टी से नाहिद हसन विधायक हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में यहां नामांकन शुरू हो गया है. नामांकन के लिए शुक्रवार आखिरी दिन था. सपा ने नाहिद हसन को उम्मीदवार बनाया है, लेकिन वह जेल में हैं, लिहाजा वे नामांकन नहीं कर पाए. इसी बीच उनकी बहन इकरा हसन लंदन से आकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया है.
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वालीं इकरा
हसन लंदन से लौटी हैं. शामली जिला कलक्ट्रेट में नामांकन दाखिल करने पहुंचीं इकरा ने कहा कि नाहिद की गिरफ्तारी बीजेपी की चाल है. इसीलिए वह यहां पहुंची हैं और नाहिद हसन के प्रचार की बखूबी जिम्मेदारी उठा रहीं हैं. उन्होंने कैराना सीट से अपनीबड़ी जीत का दावा किया.
जेल में बंद हैं नाहिद हसन
गौरतलब है कि कैराना सीट से समाजवादी पार्टी ने नाहिद हसन को उम्मीदवार बनाया है. सपा से टिकट घोषित होने के बाद से ही नाहिद हसन जेल में हैं. उनके ऊपर गैंगस्टर का मामला दर्ज है. समाजवादी पार्टी की ओर से उनका टिकट नहीं काटा गया है. इस बीच नाहिद की बहन के नामांकन के बाद इस विधानसभा सीट का संग्राम चर्चा में आ गया है.