ABC NEWS: कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (जीएसवीएसएस पीजीआइ) एवं एलएलआर अस्पताल (एनएमसी) की इमरजेंसी का निरीक्षण शुक्रवार को मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने किया. उन्होंने सबसे पहले प्राचार्य, वरिष्ठ चिकित्सकों, सीनियर एवं जूनियर रेजीडेंट को गुलाब का फूल देकर डाक्टर डे की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने प्राचार्य से कहा कि अगस्त माह से सभी सुपर स्पेशलिटी विभागों की ओपीडी शुरू करने के लिए हर संभव प्रयास करें. सीटी स्कैन और एमआरआइ मशीनों पर मरीजों की जांच शीघ्र शुरू कराएं.
मंडलायुक्त ने जीएसवीएसएस पीजीआइ की ओपीडी, एमआरआइ एवं सीटी स्कैन मशीनें देखीं. प्राचार्य प्रो. संजय काला एवं नोडल अफसर डा. मनीष सिंह से एमआरआइ और सीटी स्कैन मशीनों की खासियत भी जानीं. उन्होंने कहा कि सेटअप तो बहुत अच्छा है. जल्द से जल्द डाक्टरों की तैनात कराएं. उपकरणों को चलाने का प्रशिक्षण भी कर्मचारियों को दिलाएं, जिससे मरीजों को सुविधा का लाभ मिल सके. पहले एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जांच शुरू कराएं. प्राचार्य ने बताया कि अभी न्यूरो सर्जरी व न्यूरोलाजी की ओपीडी चल रही है. उपकरण व कर्मचारी की भी व्यवस्था होने पर सुविधाएं बढ़ाएंगे. आपरेशन थियेटर के लिए ओटी टेबल और डायलिसिस मशीन की खरीद प्रक्रिया चल रही है.
पहले से व्यवस्था में सुधार- मंडलायुक्त एलएलआर अस्पताल के इमरजेंसी ब्लाक गए और मरीजों, उनके स्वजन व डाक्टरों से बातचीत कर हाल जाना. सभी ने इलाज एवं व्यवस्था पर संतुष्टि जताई. एचडी सीसीटीवी कैमरों से इलाज व्यवस्था पर प्राचार्य समेत अन्य अधिकारी सीधे नजर रखते हैं, जिससे व्यवस्था में सुधार हुआ है.
मरीजों से फीडबैक को दो माह में मोबाइल एप- आयुक्त ने मरीजों और उनके स्वजन से इलाज की गुणवत्ता का फीडबैक लेने के लिए प्राचार्य को निर्देश दिया. इसके लिए प्रोफार्मा व मोबाइल एप तैयार कराने का निर्देश दिया. डिस्चार्ज के समय सभी मरीजों से फीडबैक जरूर लिया जाए, जिससे व्यवस्था में सुधार में मदद मिलेगी. प्राचार्य प्रो. संजय काला ने 15 दिन में फीडबैक फार्म का प्रारूप तैयार कराने की बात कही. साथ ही दो माह में फीडबैक मोबाइल एप भी तैयार करा लेंगे.