ABC NEWS: कानपुर सेंट्रल स्टेशन से मुंबई (बांद्रा टर्मिनस) जा रही बांद्रा एक्सप्रेस में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को आठ साल की बच्ची लावारिस हालत में मिली. आरपीएफ ने बालिका को चाइल्ड लाइन के सिपुर्द कर दिया. उसने कानपुर का पता बताया, लेकिन चाइल्ड लाइन को तलाश में उसके स्वजन का पता नहीं चला. बांद्रा एक्सप्रेस (22443) में आरपीएफ के जवानों ने गुरुवार रात करीब आठ बजे चेकिंग की तो एसी कोच में बच्ची अकेली मिली. ट्रेन स्कार्ट ने बच्ची को कन्नौज स्टेशन पर आरपीएफ को सौंप दिया। आरपीएफ ने तत्काल चाइल्ड लाइन को सूचना दी. काउंसिलिंग में बच्ची ने बताया कि उसका नाम नाजनीन है, मां का नाम अफसाना व पिता का नाम अकबर है. उसने घर का पता चुंगी कानपुर बताया.
बताया कि वह घर से ई-रिक्शा पर बैठकर कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पहुंची, जिसके लिए रिक्शा वाले ने दस रुपये लिए थे. बाल संरक्षण अधिकारी विजय कुमार राठौर ने बताया कि बच्ची द्वारा बताए गए पते पर कानपुर चाइल्ड लाइन को भेजा गया, लेकिन उसके माता-पिता का पता नहीं चला. परिवार के बारे में कोई जानकारी न मिलने पर बच्ची को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी इरा आर्या ने बताया कि समिति के आदेश पर बच्ची को राजकीय विशेष दत्तक ग्रहण इकाई लखनऊ के सिपुर्द किया जाएगा. उसके परिवार के बारे में पता लगाया जा रहा है. इस दौरान आरपीएफ से अनिल कुमार व चाइल्ड लाइन से मोहम्मद तौसीफ मौजूद रहे.