ABC NEWS: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने कौशांबी की चायल विधानसभा से पूर्व विधायक पूजा पाल (Pooja Pal) को उम्मीदवार घोषित किया है. पूजा पाल इलाहाबाद शहर पश्चिमी विधानसभा से पति राजू पाल की हत्या के बाद दो बार विधायक रह चुकी हैं. पूजा पाल का नाम उनके पति इलाहाबाद शहर पश्चिमी के बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के बाद चर्चित हुआ था. बेहद गरीब परिवार की पूजा का विधायक बनने की कहानी खूनी और रोमांचक है.
बता दें कि धूमनगंज थाने के हिस्ट्रीशीटर रहे राजू पाल ने 2004 के चुनाव में शहर पश्चिमी सीट पर सपा उम्मीदवार अशरफ को हराकर सनसनी फैला दी थी. पांच बार यहां से निर्दलीय और सपा के टिकट पर विधायक रहे अतीक अहमद के भाई अशरफ की हार बड़ी थी और राजू की जीत भी. तब लोग अतीक के नाम से ही थरथराते थे. कोई आवाज नहीं उठा सकता था अतीक के खिलाफ, लेकिन राजू ने तो उनको भारी पराजय दे डाली. और इस चुनावी जीत के कुछ ही महीने बाद 25 जनवरी 2005 को राजू पाल के काफिले को सुलेम सराय में जीटी रोड पर रोककर गोलियों की बौछार की गई. राजू पाल समेत तीन लोग मारे गए.
अतीक और अशरफ को अन्य शूटरों समेत हत्याकांड का आरोपित बनाया गया. मौजूदा समय में अतीक अहमद अहमदाबाद जेल में तो अशरफ बरेली जेल में बंद है. शादी के नौ दिन बाद ही पति के कत्ल के बाद 2007 में हुए चुनाव में पूजा पाल ने बसपा के टिकट पर जीत हासिल की. वह दो बार इस सीट पर जीतीं मगर 2017 में हार गईं. पूजा पाल ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सपा का दामन थाम लिया था. अब वह चायल सीट से लड़ने जा रही हैं. अब सपा ने पूजा पाल को कौशांबी की चायल सीट से उम्मीदवार घोषित किया है.