ABC News: राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद से तनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है. इस घटना की आड़ में किसी भी प्रकार का जुलूस निकालना प्रतिबंधित कर दिया गया है. संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दिया है. अमन-चैन बिगाड़ने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. संदिग्धों की धर-पकड़ शुरू कर दी गई है.
उदयपुर, राजस्थान में घटित घटना के परिप्रेक्ष्य में यूपी पुलिस के बहादुर जवान क़ानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु फ़ील्ड में मुस्तैद हैं।
सोशल मीडिया पर सतर्कता बरतते हुए भड़काऊ पोस्ट करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
उपरोक्त के संदर्भ में @dgpup की बाईट। pic.twitter.com/Gg1L53KAeQ
— UP POLICE (@Uppolice) June 29, 2022
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा कि इस घटना को लेकर पुलिस इंटरनेट मीडिया पर पैनी नजर रखे हुए है. कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट मिलने पर संबंधित के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. इस घटना की आड़ में किसी भी तरह का जुलूस निकालना प्रतिबंधित कर दिया है. कोई भी संगठन यदि ज्ञापन देना चाहता है तो उसके आफिस में पुलिस अधिकारी पहुंचकर ज्ञापन लेंगे. संवेदनशील स्थानों पर पुलिस को पैदल गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रशांत कुमार ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल से कोई छेड़छाड़ न हो इसे सुनिश्चित कराया जा रहा है. कोई भी व्यक्ति गड़बड़ी करता है तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी. यदि किसी को कोई दिक्कत है तो वो जिलों के संबंधित पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन दे सकते हैं.
Patrolling is on. We are also making sure that nobody desecrates any religious place in any way. By means of real-time information exchange, we are keeping an eye on possible threats to communal harmony: Prashant Kumar, ADG, Law & Order, on Udaipur incident
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 29, 2022
पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है, जहां जरूरत है वहां जिलाधिकारी जिला स्तर पर धारा 144 लगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी तरह के भड़काऊ व धार्मिक बयान देने से रोका जाए. यदि कोई वैमनस्यता फैलाई जाती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. उन्होंने राजनीतिक संगठनों से अपील करते हुए कहा कि वह ऐसा कुछ भी न करें जिससे आपसी कटुता बढ़े. मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है. धर्मगुरुओं के साथ पुलिस लगातार संपर्क में है. अभिसूचना इकाइयों को भी लगाया गया है.