ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर में कोरोना वायरस फिर से पांव पसार रहा है. रोजाना 13-12 नए कोरोना संक्रमित मिले रहे हैं. कोरोना संक्रमितों की लगातार बढ़ रही संख्या से आमजन के बीच कोरोना की चौथी लहर को लेकर चर्चा होने लगी है. इस बीच, देश भर की जीनोम सिक्वेंसिंग लैब की रिपोर्ट के अध्ययन के उपरांत इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (इन्साकाग) ने रिपोर्ट जारी की है, जिसमें कहा गया है कि देश में कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट ही सक्रिय है. इसलिए घबराने की नहीं, बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है.
गर्मी के मौसम में बाहर से छुट्टियां मनाकर लौटे हैं और खांसी-जुकाम है तो कोरोना की जांच जरूर कराएं. इन्साकाग की रिपोर्ट पर इंडियन एसोसिएशन आफ माइक्रोबायोलाजी के सदस्य आनलाइन प्लेटफार्म पर मंथन कर रहे हैं, जिसमें जीएसवीएम मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग के प्रोफेसर डा. विकास मिश्रा भी शामिल रहे. उन्होंने बताया कि तीसरी लहर के बाद जब फिर से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी तो इसकी वजह जानने के लिए देश भर के राजकीय मेडिकल कालेजों, प्रमुख अस्पतालों एवं चिकित्सा संस्थानों से संक्रमितों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए. इसमें सीटी वैल्यू अधिक यानी वायरल का लोड अधिक पाया गया. इसमें जीएसवीएम मेडिकल कालेज से भी 25 सैंपल जांच के लिए लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजे गए थे। इन्साकाग ने उत्तर और दक्षिण भारत की सभी जीनोम सिक्वेंसिंग लैब की रिपोर्ट का अध्ययन किया है. उसके आधार पर अपनी रिपोर्ट जारी की है.
देश में नहीं आई कोरोना की चौथी लहर : डा. विकास मिश्रा के अनुसार इन्साकाग की रिपोट्र में कहा गया है कि देश में कोरोना की चौथी लहर नहीं आई है. कोरोना का ओमिक्रोन वैरिएंट ही सक्रिय है. इसलिए सतर्कता बरतना जरूरी है. दो-तीन साल तक कोरोना का यह वैरिएंट सक्रिय रहेगा.
छुट्टियों में बाहर घूमकर लौटने वाले रहें सजग : डा. मिश्रा का कहना है कि गर्मी की छुट्टियों में दूसरे शहरों, राज्यों और देशों की यात्रा कर लौटने वाले सजग रहें. लौटने के बाद अगर खांसी-जुकाम और बुखार आ रहा है, तो कोरोना की जांच जरूर कराएं. रिपोर्ट पाजिटिव आने पर एक सप्ताह तक आइसोलेशन में रहें. मौसम भी बदल रहा है, इसलिए सतर्कता बरतें। कोरोना प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करें.