ABC News: देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि भारत में कुल कोविड मामलों में से 92 फीसदी मरीज रिकवर हो चुके हैं और 1.3 फीसदी मौतें हुई हैं. लगभग 6 फीसदी नए कोविड मामले हैं. देश के कुल मामलों में से लगभग 58 फीसदी मामले महाराष्ट्र में आ रहे हैं. कोविड से मृत्यु के मामलों के लगभग 34 फीसदी महाराष्ट्र में दर्ज किए जा रहे हैं.
Of the top 10 districts having most of active COVID cases, seven districts are from Maharashtra, one from Karnataka, Chhattisgarh & Delhi each: Union Health Secretary Rajesh Bhushan pic.twitter.com/m1X3SlSCX6
— ANI (@ANI) April 6, 2021
केंद्र सरकार में तैनात स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा खतरा जताते हुए देश वासियों से कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अगले चार हफ्ते हमारे लिए बहुत क्रिटिकल हैं. देश के कई हिस्सों में खतरनाक स्थिति है. कोरोना डेथ रेट की बात करें तो ये अब पांच फीसदी हो गई है जबकि कुछ दिनों पहले सिर्फ 2 फीसदी थी. राजेश भूषण ने कहा कि छत्तीसगढ़ हमारे लिए चिंता का कारण है. एक छोटा राज्य होने के बावजूद, यहां कुल कोविड-19 मामलों के 6 फीसदी और देश में कुल मौतों के 3 फीसदी मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. संक्रमण की दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ की हालत बिगड़ गई है. पंजाब में कोरोना के कारण लगभग 4.5 फीसदी मौतें हो रही हैं.
Death numbers being reported in Punjab and Chhattisgarh are cause of extreme concern. Of all the active cases in the country, 58% of active cases are in Maharashtra. 34% of the total deaths have been reported in Maharashtra: Union Health Secretary Rajesh Bhushan pic.twitter.com/yNeiJqphQq
— ANI (@ANI) April 6, 2021
पंजाब की तुलना में, दिल्ली और हरियाणा में सक्रिय मामले और मृत्यु दर बहुत कम है. यह संतोषजनक है कि औसत रोजाना टेस्टिंग में आरटी-पीसीआर परीक्षणों की हिस्सेदारी पंजाब में बढ़कर 76 फीसगदी हो गई है. उन्होंने बताया कि सोमवार को देश में वैक्सीन के 43 लाख डोज लगाए गए जिसके चलते हमने मंगलवार सुबह तक 8 करोड़ 31 लाख डोज लगाए हैं. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद किसी राज्य पर उंगली उठाना नहीं है, ये एक मिलजुलकर काम करने की एक्सरसाइज है, जिसमें भारत सरकार राज्य सरकारों के साथ मिल कर काम कर रही है,
We have suggested state governments to increase the percentage of RT-PCR tests, which is reducing in Maharashtra in last few weeks. Only 60% of total tests were done through RT-PCR method in Maharashtra last week. We suggest states to take it to 70% or above: Union Health Secy pic.twitter.com/VoRr3Ptunx
— ANI (@ANI) April 6, 2021
Chhattisgarh is a cause of concern for us. Despite being a small state, it reports 6% of total COVID cases & 3% of total deaths in the country. The condition of Chhattisgarh has deteriorated in the second wave of infections: Union Health Secretary Rajesh Bhushan pic.twitter.com/cyS8hngoc2
— ANI (@ANI) April 6, 2021
इसलिए हम छत्तीसगढ़ का जिक्र कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के आस पास बड़ी आबादी वाले राज्यों में न केवल औसत केस कम हैं, साथ ही मौतें भी कम हुई हैं. अब आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाने का अनुरोध राज्य सरकार से किया गया है.
The impact of the pandemic has increased in the country. Warnings were given that the situation should not be taken for granted. The situation of pandemic has worsened and the speed of increasing #COVID19 cases is higher than last time. Dr VK Paul, Member-Health, Niti Aayog pic.twitter.com/jAIJxpJBYO
— ANI (@ANI) April 6, 2021
नीति आयोग के सदस्य डा. वीके पॉल ने कहा कि देश में महामारी का प्रभाव बढ़ गया है. चेतावनी देने के बाद भी स्थिति को ध्यान में नहीं रखा गया. कोरोना महामारी की स्थिति बदतर हो गई है और पिछली बार की तुलना में कोविड मामलों में वृद्धि की गति अधिक है. पीएम मोदी ने कोविड प्रबंधन के लिए जन भागदारी और जन आंदोलन का आह्वान किया है. हम अभी भी महामारी को नियंत्रित कर सकते हैं.