ABC NEWS: देश में संतों की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध मृत्यु की जांच कर रही सीबीआइ टीम स्वामी आनंद गिरि को लेकर प्रयागराज लौटी है. मंगलवार को सात दिन की रिमांड मिलने के बाद टीम शाम को ही आनंद गिरि को लेकर हरिद्वार चली गई. वहां पर पूछताछ तथा पड़ताल के बाद टीम प्रयागराज लौटी है. सीबीआइ टीम ने आनंद गिरि का लैपटॉप व आइ फोन अपने कब्जे में ले लिया है.
श्री मठ बाघम्बरी के महंत और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध मृत्यु प्रकरण की विवेचना कर रही सीबीआइ टीम गुरुवार आरोपित आनंद गिरि को लेकर प्रयागराज वापस लौटी है. चार सदस्यीय सीबीआइ टीम आज आनंद गिरि को लेकर इंडिगो की फ्लाइट से वापस प्रयागराज लौटी है. देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट से उड़ान के बाद सीबीआइ टीम आनंद गिरि को लेकर बमरौली एयर पोर्ट पर उतरी. इसके बाद आनंद गिरि को सीधे पुलिस लाइंस लाया गया.
सीबीआइ की टीम को हरिद्वार में आनंद गिरि के आश्रम श्यामपुर कांगड़ी से डीवीआर नहीं मिला. सीबीआइ ने वहां आश्रम से आनंद गिरि का आई फोन और लैपटाप कब्जे में ले लिया है. इसके साथ ही वहां पर आनंद को जानने वाले कई अन्य लोगों से टीम ने रात भर लम्बी पूछताछ की.
महंत की मृत्यु के मामले में अभी तक सीबीआइ टीम की विवेचना हत्या और आत्महत्या के बिंदु पर हो रही है. महंत ने सुसाइड नोट में स्वयं को परेशान करने का आरोप आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप पर लगाया है. इस आधार पर शुरुआती जांच आत्महत्या के एंगल पर ही शुरू हुई, जिसकी कड़ी से कड़ी जोड़ी जा रही है.
अब सीबीआइ टीम का फोकस आत्महत्या के लिए मजबूर करने के मुकदमे में गिरफ्तार आनंद गिरि के पास मौजूद उन सभी साक्ष्यों को जुटाने पर है, जिसके तार खुदकशी से जुड़े हुए हैं. इसमें लैपटाप, आइपैड के अलावा कुछ अभिलेख भी हो सकते हैं.