ABC NEWS: एक प्रेमी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ किस हद तक क्रूरता कर सकता है, उसे अमेरिका के कनेक्टिकट में हुई एक घटना से समझ सकते हैं. यहां प्रेमी ने अपनी गर्लफ्रेड को जिंदा एक सूटकेस में बंद कर दिया. फिर बंद सूटकेस को छोड़कर चला गया. दम घुटने से मर जाने के लिए. फिलहाल कोर्ट ने प्रेमी या कहें आरोपी को 30 साल जेल की सजा सुनाई है. हर क्राइम के पीछे कातिल का एक मकसद होता है. आपके मन में भी सवाल आया होगा कि इस क्राइम में कातिल का क्या मकसद था. उसने अपनी गर्लफ्रेंड की इतनी दर्दनाक मौत क्यों दी.
आरोपी का नाम जेवियर डा सिल्वा रोजस है. साल 2019 में 24 साल की वैलेरी के अपहरण के मामले में दोषी पाया गया. 25 साल के आरोपी को 23 सितंबर को 30 साल जेल की सजा सुनाई गई थी.कोर्ट में बताया गया कि कैसे रोजस 28 जनवरी 2019 को वैलेरी के घर गया। वहां जाने से पहले फोन को फ्लाइट मोड पर डाल दिया. वहां घर के अंदर दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हुआ. इसी दौरान वैलेरी के सिर में चोट लग गई और उसके चेहरे पर खून टपकने लगा.
आरोपी ने अपनी गर्लफ्रेंड को टेप और रस्सी के जरिए बांध दिया. फिर उसे जिंदा एक सूटकेस में बंद कर दिया. इसके बाद आरोपी ने घर से ग्रीनविच तक 10 मील की दूरी तय की. फिर सूटकेस को एक पहाड़ी इलाके में फेंक दिया. बाद में वेलेरिया की मौत हो गई. आरोपी रोजस ने जांच अधिकारियों ने बताया था कि रेयेस का शव मिलने के हफ्ते भर पहले दोनों ने संबंध बनाए थे. इसी दौरान वह फर्श पर गिर गई थी. तभी उसके सिर पर चोट लगी.
वैलेरी के परिवार ने दो दिन बाद उसके लापता होने की सूचना दी और अधिकारियों ने 5 फरवरी को उसके शव की खोज की. रोजस का डीएनए सूटकेस के हैंडल पर और साथ ही वैलेरी के नाखूनों में पाया गया. आरोपी रोजस ने रेयेस के परिवार से माफी मांगते हुए कहा, वह माफी मांगने के काबिल नहीं है. मैं इसके लायक नहीं हूं. मृतक के परिवार ने रोते हुए कोर्ट को बताया था कि कैसे आरोपी ने उनकी बेटी की हत्या की.