ABC NEW: नवरात्र के दौरान गर्भ गृह में मां विंध्यवासिनी (Maa Vindhyavasini) के चरण स्पर्श पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि नवरात्र के दौरान चरणस्पर्श पर पूरी तरह से रोक रहेगी. यह सभी के लिए लागू होगा. कोई भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी अपने जानने वालों को चरण स्पर्श नहीं कराएंगे. मां के दरबार में आने वाला हर श्रद्धालु एक बराबर होता है.
प्रशासनिक अधिकारियों ने इसको लेकर निर्देश जारी किए हैं. 6 अक्टूबर 2021 की मध्य रात्रि से प्रारम्भ होने वाले शारदीय नवरात्र मेला की तैयारियों पर मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र, जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने पण्डा समाज के पदाधिकारियों को सकुशल सम्पन्न कराने के निर्देश दिए. मण्डलायुक्त ने कहा कि दूर दराज सें आने वाले यात्रियों के साथ चढ़ावे को लेकर किसी पण्डा के द्वारा जोर जबरदस्ती न किया जाये.
पण्डा समाज के सभी पदाधिकारी अपने समाज के लोगों को नियंत्रण में रखते हुये मर्यादित ढंग से श्रद्धालुओं को दर्शन करायें. उन्होंने कहा कि मां विन्ध्यवासिनी देवी के साथ-साथ लोगों में पण्डा समाज के लोगों के प्रति भी आस्था हैं उसे बनाये रखें. प्राशासनिक अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट बिना अपने रिलीवर के आये हुये मेला से बाहर नहीं जायेंगे. ऐसी हरकतों से पण्डा समाज की छवि पर काफी बुरा असर होता है. इन बातों की पुनरावृत्ति न हो.
पण्डा समाज इसके लिए स्वयं में सुधार लाएं. उन्होंने कहा कि नवरात्र के दौरान चरणस्पर्श पर पूरी तरह से रोक रहेगी. यह सभी के लिये लागू होगा. कोई भी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी अपने जानने वालों को चरण स्पर्श नहीं कराएंगे. मां के दरबार में आने वाला हर श्रद्धालु एक बराबर होता है. मन्दिर के सम्बंध में छेड़छाड़ करके वीडियो बनाकर वायरल कर दिया जाता है, जिससे विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थल विन्ध्याचल की छवि खराब होती है. दर्शनार्थियों को प्रसाद इत्यादि की दुकानों से अधिक धन इत्यादि ले लेने की खबरें आती रहती हैं, इसलिए सभी दुकानों पर मूल्य सूची लगी होनी चाहिए. होटल, धर्मशालाओं में भी मूल्य सूची सार्वजनिक होनी चाहिए.