ABC News: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में पांचवें दीपोत्सव 2021 को पहले से अधिक भव्य और अविस्मरणीय बनाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. इस बार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार दीपोत्सव पर अयोध्या नगरी में 12 लाख दीये जलाएगी. अयोध्या दीपोत्सव की भव्यता और आकर्षण को पहली बार होने जा रहा एरियल ड्रोन शो कई गुना बढ़ा देने वाला है. यह इस बार दीपोत्सव का सबसे खास आकर्षण होगा. 500 ड्रोन इसके लिए लगाए गए हैं. पहली बार इस ढंग रामायण दिखाई जाने वाली है.
Deepotsav program in Ayodhya has been achieving new heights with each year. With construction of grand Ram Temple, tourism opportunities here will get a boost. UP govt with the assistance of Govt of India is working towards it: UP CM Yogi Adityanath in Ayodhya pic.twitter.com/YWKrSPxQZu
— ANI UP (@ANINewsUP) November 3, 2021
सीएम योगी के कार्यकाल में लगातार पांचवें साल होने जा रहे दीपोत्सव के लिए इस बार प्रशासन ने कई एक्सक्लूसिव तैयारियां की हैं. सबसे बड़ी बात इस बार 12 लाख दीये जलेंगे जो एक वर्ल्ड रिकार्ड होगा. इसके साथ ही साकेत कॉलेस से 13 झांकियां निकलेंगी. ये झांकियां रामकथा पार्क तक आएंगी. रामकथा पार्क पर राम सिया का अवतरण होगा. इसका मंचन किया जाएगा.
उत्तर प्रदेश: केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम का निरीक्षण किया। pic.twitter.com/tV7HXPoEVQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2021
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राम की पैड़ी पर शाम छह बजे कार्यक्रम शुरू होंगे. इसमें लेजर शो भी होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व केशव प्रसाद मौर्य, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी इस भव्य आयोजन के साक्षी बनेंगे. सभी रामकथा पार्क में भगवान राम, माता जानकी और लक्ष्मण जी के स्वरूपों का स्वागत करेंगे और शाम को राम की पैड़ी पर आयोजित दीपोत्सव में शामिल होंगे
इस आयोजन को देखने के लिए ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ की एक टीम अयोध्या में है. विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए मिट्टी के एक दीए को कम से कम पांच मिनट तक जलाना होगा. रामकी पैड़ी के 32 घाटों पर दीपों को प्रज्जवलित करने के काम में 12 हजार स्वयंसेवी करेंगे. दीपोत्सव के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ रामनगरी अयोध्या पहुंच गए हैं. दीपोत्सव लंका विजय के बाद श्रीराम के अयोध्या लौटने की स्मृति का महोल्लास है.