ABC NEWS: विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं. शुक्रवार को उन्होंने अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी बिल्केन से मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत की. वहीं दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो ने भारत को कोविड-19 वैक्सीन बनाने के लिए जरूरी कच्चे की आपूर्ति को र्निर्देश दिया है, जिससे एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की दो करोड़ अतिरिक्त डोज़ बनाई जा सकेगी. अमेरिका के दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के कार्यवाहक सहायक सचिव डीन थॉम्पसन ने कहा, ‘अमेरिकी सरकार, राज्य सरकारों, अमेरिकी कंपनियों और निजी नागरिकों ने कुल मिलाकर भारत को COVID-19 राहत आपूर्ति में 50 करोड़ अमरीकी डॉलर से अधिक प्रदान किए हैं.’
उधर जयशंकर ने कोविड-19 से निपटने के दौरान मुश्किल समय में भारत का साथ देने के लिए बाइडन प्रशासन का शुक्रिया अदा किया. इस मौके पर बिल्केन ने कहा कि भारत और अमेरिका कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देश इस महामारी से निपटने के लिए कई महत्वपूर्ण चुनौतियों पर मिलकर काम कर रहे हैं.
एंटनी बिल्केन ने ये भी कहा कि भारत ने कोरोना की पहली लहर के दौरान उनका साथ दिया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत की मदद को अमेरिका कभी नहीं भूल सकता. बिल्केन ने कहा कि कोविड-19 के शुरुआती दिनों में भारत ने अमेरिका का साथ दिया जिसे उनका देश हमेशा याद रखेगा. उन्होंने कहा, ‘अब हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हम भारत के लिए और उसके साथ खड़े रहें. हम कोविड-19 से साथ मिलकर लड़ रहे हैं.’
बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर बुधवार को तीन दिनों की यात्रा पर वॉशिंगटन पहुंचे. बाइडेन प्रशासन में भारत की तरफ से ये केबिनेट स्तर के मंत्री की पहली यात्रा है. जयशंकर ने बिल्केन से मुलाकात के बाद कहा. ‘हमने बहुत सारे मुद्दों पर चर्चा की. मुझे लगता है कि दोनों देशों के संबंध पिछले कुछ वर्षों में बहुत मजबूत हुए हैं और मैं आश्वस्त हूं कि आगे भी ऐसा होना जारी रहेगा. कठिन समय में साथ देने के लिए प्रशासन और अमेरिका का आभार जताना चाहता हूं.’