ABC NEWS: पंजाब के नए मुख्यमंत्री का फैसला आज हाे जाएगा. कांग्रेस विधायक दल के नए नेता व सीएम के लिए कल तक सुनील जाखड़ का नाम लगभग तय माना जा रहा था. देर रात पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अंबिका सोनी का नाम भी चर्चाओं में आ गया, लेकिन बताया जाता है कि अंबिका साेनी ने स्वास्थ्य कारणाें का हवाला देते हुए आलाकमान काे इंकार कर दिया है. अब नए सीएम के लिए सभी की निगाहें कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी पर टिक गई हैं.
अंबिका सोनी कांग्रेस हाईकमान के साथ कैप्टन अमरिंदर की भी करीबी नेता
अंबिका सोनी का नाम रविवार सुबह से चर्चाओं में सबसे ऊपर आ गया था, लेकिन पारिवारिक सूत्राें के अनुसार ने स्वास्थ्य कारणाें का हवाला देते हुए पद लेने से इंकार कर दिया है. अंबिका सोनी को कांग्रेस हाईकमान का बेहद करीबी माना जाता है. सियासी जानकारों का कहना है कि पंजाब कांग्रेस में पिछले दिनों की खींचतान को समाप्त करने के लिए अंबिका सोनी सबसे उपयुक्त व निर्ववाद नेता मानी जा रही थी. वह कैप्टन अमरिंदर सिंह की भी करीबी मानी जाती हैं.
शुक्रवार रात से ही यह चर्चा रही है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा. सुनील जाखड़, सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रताप सिंह बाजवा के नाम शनिवार सुबह से ज्यादा चर्चा में रहे हैं. सुनील जाखड़ को बेंगलुरु दौरे से शुक्रवार रात को ही वापस बुला लिया गया है. हालांकि वह विधायक नहीं हैं, लेकिन दोनों खेमों में तालमेल रखते हैं. प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. सुखजिंदर सिंह रंधावा नवजोत सिंह सिद्धू के खास माने जाते हैं और कैप्टन के खिलाफ आवाज उठाने वालों में सबसे मुखर थे. नए सीएम के लिए अंबिका सोनी और विजय इंदर सिंगला के नाम की भी कयासबाजी है.
हाईकमान का फैसला समझ से परे
शनिवार देर रात निवर्तमान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के हवाले से उनके मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस हाईकमान का फैसला समझ से परे है. हमने 2017 के बाद से पंजाब में सभी चुनाव जीते हैं. लोग स्पष्ट रूप से मेरी (कैप्टन) सरकार से खुश थे, लेकिन पार्टी के नेताओं ने अपने ही चेहरे के लिए अपनी नाक काट ली है और जीत की स्थिति से हार की तरफ बढ़ गए हैं.