ABC NEWS: कानपुर देहात के सराय मर्दनपुर गांव में मातम पसरा है और इकलौते बेटे की मौत से एक मां बार बार बेसुध हो रही है. कुछ युवकों ने कार से कुचलकर उसके बेटे का मार डाला, उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने स्कूटी तेज रफ्तार चलाने का उलाहना दे दिया था. इस बात की खुन्नस इस कदर निकाली गई कि कार बैक करके उसपर कई बार चढ़ाई गई. सीएचसी से कानपुर रेफर किए जाने पर उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, वहीं उसके साथी की हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने मां की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया और आरोपितों की तलाश शुरू की है.
सराय मर्दनपुर निवासी मंजू देवी के पति की मौत हो चुकी है और वह तीन बेटियों आरती, मानसी व मनीषा और इकलौते 22 वर्षीय बेटे राघवेंद्र सिंह को पाल रही थीं. राघवेंद्र ही घर का इकलौता सहारा था और आर्मी में भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था. उसका सपना सेना में जाकर देशसेवा करने का था और वह साथियों संग जल्दी सुबह उठकर दौड़ भी लगाता था. सोमवार की रात वह लोहारी गांव के ब्रम्हदेव आश्रम में भंडारे में शामिल होने दुआरी गांव के साथी शिवम के साथ बाइक से गया था. वहां पर अभिषेक से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। लोगों ने किसी तरह से दोनों को शांत कराया था. राघवेंद्र और शिवम पुलिस से शिकायत करने की बात कहकर पामा चौकी के लिए बाइक से निकले थे. इसपर गुस्से में अभिषेक ने धमकाया कि शिकायत की तो जिंदा नहीं बचोगे.
इसके बाद सिकंदरपुर गांव के पास अभिषेक कार सवार दो साथियों के साथ पहुंचा और बाइक सवार राघवेंद्र व शिवम को टक्कर मार दी. इसके बाद सड़क पर गिरे अभिषेक को कार से कुचल दिया और कार बैक करके कई बार उसपर चढ़ाई. शोर सुनकर ग्रामीण एकत्र हुए तो कार सवार आरोपित फरार हो गए. घायलों को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को कानपुर के अस्पताल रेफर कर दिया गया. कानपुर के अस्पताल में उपचार के दौरान राघवेंद्र ने दम तोड़ दिया, वहीं शिवम का इलाज चल रहा है. गजनेर थाना प्रभारी गंगा सिंह यादव ने बताया कि मृतक की मां मंजू देवी की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. घर में दबिश देने पर आरोपित नहीं मिला है और कार भी नहीं थी। हत्यारोपित को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. इकलौते भाई और बेटे की मौत से मां के साथ ही बहनों आरती, मानसी व मनीषा रो रोकर बुरा हाल है.