ABC NEWS: ( भूपेंद्र तिवारी ) कानपुर के थाना महाराजपुर अंतर्गत प्रेमपुर स्टेशन के पास बने मकान से ढाई साल की मासूम खेलते खेलते रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई. तभी ट्रेन की चपेट में आने से मासूम की मौत हो गयी. घटना की जानकारी पर जीआरपी और पुलिस पहुंची तो उन्हें ट्रैक पर बच्ची के शव के दर्जनभर टुकड़े पड़े हुए मिले.
बड़ा गांव स्थित प्रेमपुर स्टेशन के पास के निवासी किसान पीयूष कुशवाहा हैं. परिवार में उनकी पत्नी वंदना समेत तीन बेटी 8 वर्षीय मनीषा और 6 वर्षीय शालू हैं. उनकी सबसे छोटी बेटी ढाई वर्षीय रिशु थी. रिशु गुरुवार की सुबह घर के दरवाजे के पास खेल रही थी. तभी खेलते खेलते वह रेलवे ट्रैक के किनारे बनी दीवार में खुले स्थान को पार करके ट्रैक पर पहुंच गई. तभी कानपुर से प्रयागराज जा रही ट्रेन की चपेट में आने से रिशु की दर्दनाक मौत हो गयी. घटना के कुछ देर बाद जब परिजनों को रिशु नही मिली तो आस पास के लोगों ने दीवार कैंपस खड़ी देखने की बात बताई. इसके बाद परिजन ट्रैक पर पहुंचे तो उन्हें बेटी का दर्जन भर टुकड़ों में शव पड़ा मिला. जिसे देख उनके होश उड़ गए। सूचना पाकर पहुंची जीआरपी और स्थानीय पुलिस ने लोगों से पूछताछ की. थाना प्रभारी ने बताया कि मासूम के शव को एकत्र करके परिजनों को सौंप दिया है. दीवार में खाली स्थान छूटने से घटना हुआ है.
सहूलियत बनी मासूम के लिए काल
आस पड़ोस के लोगों के अनुसार रेलवे ने ट्रैक पर लोगों के आवागमन को बंद करने के लिए दीवार बनवाई थी लेकिन दीवार के निर्माण के समय ग्रामीणों ने ठेकेदार से आने जाने के लिए थोड़ा स्थान छोड़ने के लिए कहा था जिससे लोगों को लंबा चक्कर काटकर जाने का बजाय शार्ट कट से जा सकें लेकिन लोगों की यही सहूलियत मासूम के लिए काल बन गयी.
बेटी का क्षत विक्षत शव देख मां हुई बदहवास
बेटी का शव देखकर पिता पीयूष की आंखों से आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे. वही बेटी के शव को क्षत विक्षत हालत में देखकर मां वंदना तो बदहवास हो गयी. आस पड़ोस के लोग किसी तरह से उन्हें पकड़कर सांत्वना दी रहे थे.