ABC News: कानपुर कमिश्नरेट की नजीराबाद पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो फर्जी दस्तावेज तैयार कर वाहन लोन लेता था. पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है.पुलिस के अनुसार, 22 मई को एसबीआई की कौशलपुरी शाखा की ब्रांच मैनेजर ने एक एफआइआर दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने बताया कि जगत कुमार नाम के व्यक्ति के नाम पर उदित राज सिंह ने 10 लाख 95 हजार का लोन कराकर एक कार को खरीदा है और एक भी ईएमआई नहीं जमा की है.
इस पर पुलिस ने जब जांच की तो पाया कि जगत कुमार के आधार, पैन, बैंक स्टेटमेंट और आइटीआर रिटर्न को एडिट कर लोन करा लिया गया है. मामले की जांच में पता चला कि जगत कुमार ने हाउसिंग लोन के लिए शिवम पाल, रूकेश यादव को अपने मूल दस्तावेज, जिसमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक एकाउंट स्टेटमेंट आदि दिए गए थे. इन लोगों ने इनका हाउसिंग लोन तो नहीं कराया लेकिन जगत कुमार का सिविल स्कोर जरूर चेक कर लिया. सिविल स्कोर बेहतर मिलने पर इन दोनों ने उदित राज सिंह के साथ मिलकर घाटमपुर के शानू नाम के शख्स से एडिट कराया. इसके बाद आरएनजी निशान मोटर्स में काम करने वाले अपने मित्र मोहित रोहिरा से मिलकर एसबीआई की विष्णुपुरी शाखा से साढ़े दस लाख का लोन के लिए आवेदन किया. लेकिन वहां मामला संदिग्ध लगने पर लोन नहीं किया तो इन सभी ने मिलकर एसबीआइ कौशलपुरी ब्रांच से लोन करा लिया. ऐन मौके पर उदित राज ने दूसरी गाड़ी पसंद की तो फिर आरएनजी की जगह रेनॉल्ड शोरूम से दूसरी गाड़ी ले ली.