ABC News: उन्नाव कांड में गंभीर चल रह पीड़िता की हालत में जहां सुधार है, वहीं यह मामला अभी भी ठंडा नहीं हुआ है. इसको लेकर पीड़िता से मुलाकात करने आ रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण को गंगा बैराज पर रोक लिया गया. भीम आर्मी प्रमुख को रोके जाने से नाराज समर्थक यहां पर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे.
उन्नाव के असोहा थानाक्षेत्र में तीन लड़कियों के जहर खाने के मामले का पटाक्षेप हो चुका है. इस मामले में एकमात्र जीवित बची लड़की इस समय सर्वोदयनगर स्थित नर्सिंग होम में भर्ती है. इस मामले में भीम आर्मी प्रमुख ने पहले उन्नाव गए थे. इसके बाद शाम को वह गंगा बैराज के रास्ते हुए पीड़िता से मिलने जा रहे थे. भीम आर्मी प्रमुख के कानपुर आने की जानकारी पाकर स्थानीय पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया. गंगा बैराज पर फोर्स को भी मुस्तैद कर दिया गया. जैसे ही भीम आर्मी प्रमुख का काफिला गंगा बैराज पहुंचा, यहां मौजूद फोर्स ने उसे रोक दिया. इससे चंद्रशेखर आजाद के समर्थक नाराज हो गए और यहीं पर धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे. यहां पर भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजा ने कहा कि वह अपनी बहन से मिलने जा रहे थे. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या एक भाई का अपनी बहन से मिलना अपराध है.
उन्होंने कहा कि पुलिस अपराध पर अंकुश नहीं लगा पा रही है. पुलिस कौन सा इंसाफ कर रही है. उन्होंने कहा कि वह पीड़िता से जरूर मिलेंगे. उन्होंने कानपुर में पीड़िता को सही इलाज न मिलने का आरोप लगाते हुए उसे एम्स रेफर करने की मांग की. उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस के खुलासे पर वह सवाल नहीं उठा रहे हैं लेकिन हाथरस का वह हाल देख चुके हैं. उन्होंने कहा कि जब बच्ची स्वस्थ हो जाएगी, तो सारी कहानी खुद ब खुद साफ हो जाएगी. पुलिस पर अपराध नियंत्रण न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीड़ितों से मिलने जाने वालों को रोका जा रहा है.
रिपोर्ट: सुनील तिवारी