ABC NEWS: कुछ साल पहले 251 रुपये में स्मार्टफोन देने का दावा करने वाले मोहित गोयल को दुबई ड्राय फ्रूट्स के नाम पर अरबों रुपये का घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मोहित के पास से दो लग्जरी कार के अलावा काफी सामान भी बरामद किया गया है. वहीं मोहित के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम देने वाले करीब 50 लोगों पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है.
बताया जा रहा है कि देशभर में मेवा और मसालों के नाम पर अरबों रुपये का फ्रॉड किया गया है. नोएडा के थाना सेक्टर 58 में दर्ज कराई गई शिकायत के बाद मोहित गोयल के घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है. यूपी पुलिस एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि रोहित मोहन नाम के शख्स ने 24 दिसंबर को शिकायत दर्ज कराई जिसमें बताया कि कुछ लोगों ने नोएडा के सेक्टर 62 में दुबई ड्राई फ्रूट्स हब के नाम से कंपनी खोलकर उनसे लाखों की ठगी की है. मोहन ने बताया कि उससे कंपनी ने 40 फीसदी रकम देकर लाखों के मेवे खरीदे वहीं बाकी 60 फीसदी रकम चेक के माध्यम से दी, जो बाउंस हो गए. जब वह कंपनी के पते पर पहुंचा तो वहां कोई कंपनी नहीं थी. शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मोहित गोयल और उसके साथी ओमप्रकाश जांगिड़ को गिरफ्तार कर लिया है.
देशभर में की ठगी, कई राज्यों से आ रहे फोन
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में मोहित गोयल और उसके साथियों ने 40 से ज्यादा लोगों के साथ करोड़ों की ठगी करने की बात स्वीकार की है. हालांकि ठगी के शिकार हुए लोगों की संख्या एक हजार के पार है. एडीसीपी रणविजय सिंह बताते हैं कि इन लोगों का ठगी का नेटवर्क काफी बड़ा था. गिरफ्तारी की सूचना मिलने के बाद अरुणाचल प्रदेश तक से पीड़ितों के फोन पुलिस के पास आ रहे हैं. इससे पहले सुमित यादव को भी गिरफ्तार किया गया था और वह भी इसी कंपनी से जुड़ा हुआ है.
पुलिस के पीछे भी लगा दिए मुखबिर
रणविजय सिंह का कहना है कि मोहित गोयल का नेटवर्क इतना मजबूत है कि उसने पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है,इसको जानने के लिए भी मुखबिर छोड़े हुए हैं. तीन दिन पहले हुए इस खुलासे के बाद से पुलिस पर भी नजर रखी जा रही है. हाल ही में एक महिला पकड़ी गई है जो पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रही थी. इसके अलावा उसकी बड़ी लीगल टीम कानूनी दांव-पेंच चल रही है.
ऐसे फैलाया था जाल, जनजान लोगों को दिए कंपनी में फर्जी पद
सिंह बताते हैं कि मोहित गोयल के द्वारा ठगी के लिए खोली गई कंपनी में एमडी, प्रेसिडेंट और प्रोपराइटर तक का पद अनजान लोगों को दे दिया जाता था, जिनका कंपनी से कोई लेना देना नहीं था. ऐसे लोगों को हर महीने सैलरी भी दी जाती थी लेकिन उनके हिस्से का काम भी मोहित गोयल और उसका गैंग करता था. इतना ही नहीं जो भी गोयल के खिलाफ आवाज उठाता था वह उसके खिलाफ पहले ही किसी न किसी मामले में मुकदमा दर्ज करा देता था. इस तरह पर पैसे का इस्तेमाल शिकार लोगों के खिलाफ भी करता था. इस तरह के मुकदमे सूरजपुर थाने और मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में भी दर्ज मिले हैं.
251 में मोबाइल फोन लॉन्च कर सुर्खियों में आया था मोहित गोयल
बता दें कि यूपी के शामली का रहने वाला मोहित विदेश से पढ़ा हुआ है. इससे पहले भी वह ठगी के आईडिया आजमा चुका है. जिसमें उसने सेक्टर-63 में रिंगिंग बेल नामक कंपनी खोलकर फरवरी-2016 में फ्रीडम-251 के नाम से स्मार्टफोन लॉन्च किया था और 251 रुपये में लोगों के हाथ में स्मार्टफोन देने का दावा किया था. बताया जाता है कि इस फोन की सात करोड़ से अधिक की बुकिंग हुई थी. हालांकि ये फोन किसी को कभी नहीं मिले