ABC News: दक्षिण कोरिया में उस समय हाई अलर्ट हो गया, जब चीन और रूस के 19 युद्धक विमान उसकी सीमा घुस आए. सामरिक रणनीति के तहत दक्षिण एशिया के फाइटर जेट भी मुकाबले के लिए आकाश में पहुंच गए. बाद में चीन ने माना कि ये विमान गलती से सीमा में घुस गए थे. रूस और चीन का संयुक्त वायुसेना अभ्यास चल रहा था. दक्षिण कोरिया के जाइंट चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने बताया कि पहले चीन के चार युद्धक विमान उनकी सीमा में घुसे, उसके पीछे रूस के नौ युद्धक विमान थे. बिना किसी पूर्व सूचना के अंदर आने पर वायुसेना के फाइटर जेट भी भेज दिए गए. बाद में चीन की सेना ने दक्षिण कोरिया की सेना को बताया कि उसके और रूस के विमान सामान्य अभ्यास पर थे.
योन्हेप न्यूज के अनुसार दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने चीन और रूस दोनों को ही इस मामले में कड़ी आपत्ति दर्ज करा दी है. योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने चीन और रूस से संपर्क किया और कहा कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए. बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि मिशन चीन और रूस के बीच वार्षिक सहयोग योजनाओं का हिस्सा था, किसी तीसरे पक्ष को निशाना बनाने के लिए नहीं थी. उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण के दौरान चीनी और रूसी युद्धक विमानों ने अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया और दक्षिण कोरियाई हवाई सीमा में प्रवेश नहीं किया. चीन के रक्षा मंत्रालय ने एक अलग बयान में कहा कि उसके चार एच -6 के बमवर्षकों ने दो रूसी टी -95 विमानों के साथ संयुक्त रूप से गश्त की थी. पिछले साल जुलाई महीने में दक्षिण कोरियाई युद्धक विमानों ने चीन के साथ संयुक्त हवाई गश्त पर रूसी सैन्य विमानों की ओर सैकड़ों चेतावनी भरे शॉट लगाए, जब वे दक्षिण कोरियाई हवाई क्षेत्र में दाखिल हुए. दक्षिण कोरिया और जापान, जो दोनों ने उस समय गश्त में बाधा डालने के लिए जेट विमानों को उड़ाया, ने रूस और चीन पर अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. दक्षिण कोरिया और जापान, दोनों ने उस समय गश्त में बाधा डालने के लिए जेट विमानों को उड़ाया, ने रूस और चीन पर अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने का आरोप लगाया. रूस और चीन ने इससे इनकार किया.