ABC News: ज्योतिष की दृष्टि से वर्ष 2020 काफी महत्वपूर्ण रहा है. अब आने वाला नवंबर का महीना ज्योतिष और ग्रहों की दृष्टि से बहुत ही खास रहने वाला है. इस महीने में गुरु, शुक्र, बुध और सूर्य अपनी राशि परिवर्तन करेंगे. इसके साथ ही शनि अपनी मकर राशि में, राहु वृषभ राशि में और केतु वृश्चिक राशि में गोचर करते हुए सभी राशियों को प्रभावित करेंगे. मंगल ग्रह मीन राशि में बने रहेंगे और चंद्रमा हर सवा 2 दिन के बाद अपनी चाल बदलते रहते हैं.
वैदिक ज्योतिष के सिद्धांत के अनुसार, मनुष्य के जीवन में जो भी घटनाएं घटित होती हैं. उनका कारण ग्रहीय दशा, गोचर, उनकी चाल है. सौरमंडल में बैठे ग्रह ही यह निर्धारित करते हैं कि आने वाला समय कैसा होगा और मनुष्य जीवन पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा. नवंबर का महीना ग्रहों के लिहाज से भारी फेरबदल वाला साबित होगा. ज्योतिषीय गणना और हिंदू पंचांग के अनुसार, नवंबर के महीने में गुरु, सूर्य, शुक्र, बुध की स्थितियों में बदलाव होगा. 16 नवंबर 2020 को सूर्य का गोचर वृश्चिक राशि में होगा. वहीं 17 नवंबर को शुक्र तुला राशि में प्रवेश करेंगे. 20 नवंबर को देवगुरु बृहस्पति मकर राशि में पहुंचकर नीच के हो जाएंगे. वहीं 28 नवंबर को ग्रह बुध तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे. 28 नवंबर के बाद बुध और सूर्य वृश्चिक राशि में ही मौजूद रहेंगे. ग्रहों की यह हलचल 16 नवंबर को प्रारंभ होगी और 28 नवंबर तक आते-आते वे अपना प्रभाव पूर्ण रूप से दिखाना शुरू कर देंगे. नवंबर में ग्रहों की जो स्थिति बनने जा रही है, वह बड़े परिवर्तनों की ओर इशारा कर रही है. गुरु, शुक्र, बुध और सूर्य के राशि परिवर्तन से व्यापार में तेजी आएगी. बीमारियों में कमी आएगी. रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. आय में इजाफा होगा. प्राकृतिक घटनाएं होंगी. भूकंप आने की आशंका है. राजनीति में बड़े स्तर पर परिवर्तन देखने को मिलेगा.इसका प्रभाव राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही स्तर पर देखा जाएगा.