ABC News: इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी है. यह ग्रहण कुल 2 घंटे 59 मिनट का होगा. भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण 16 जुलाई की रात 1 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगा और 17 जुलाई की सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर समाप्त हो जाएगा. इस दिन चंद्रमा पूरे देश में शाम 6 बजे से 7 बजकर 45 मिनट तक उदित हो जाएगा इसलिए देश भर में इसे देखा जा सकेगा.
ग्रहण का समय और सूतक काल
शास्त्रों के नियम के अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण से नौ घंटे पहले ही शुरू हो जाता है. तो इस हिसाब से सूतक 16 जुलाई को शाम 4 बजकर 31 मिनट से ही शुरू हो जाएगा. ऐसे में सूतक काल शुरू होने से पहले गुरु पूर्णिमा की पूजा विधिवत् कर लें. सूतक काल के दौरान पूजा नहीं की जाती है. सूतक काल लगते ही मंदिरों के कपाट भी बंद हो जाएंगे.
ग्रहण काल आरंभ: 16 जुलाई की रात 1 बजकर 31 मिनट
ग्रहण काल का मध्य: 17 जुलाई की सुबह 3 बजकर 1 मिनट
ग्रहण का मोक्ष यानी कि समापन: 17 जुलाई की सुबह 4 बजकर 30 मिनट
चंद्र ग्रहण के सूतक काल का प्रभाव
चंद्र ग्रहण के दौरान लगने वाले सूतक का प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति इसके उपाओं का पालन करते हैं या नहीं. सूतक के समय खान-पान की चीजें अशुद्ध होती हैं जिससे इंसान की सेहत पर असर पड़ता है. इसी तरह अन्य प्रभावों से बचने के लिए भी सूतक के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए.
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