ABC News : (फैज़ल हाशमी) पूर्वी यूरोप और एशिया के मध्य में बसे हुए देश अज़रबैजान और उसके पड़ोसी देश आर्मेनिया के बीच जंग सन् 2020 से चलती आ रही है, जिसमें दोनों ही देशों के काफी सारे सिपाही भी शहीद हो चुके हैं और इसी के साथ ही ये भी खबर सामने आई है कि इन दोनों देशों के बीच की जंग में अब भारत ने भी एंट्री ले ली है.
दरअसल अजरबैजान से चल रही जंग में आर्मेनिया अकेला महसूस कर रहा था. जहां एक तरफ तुर्की की सेना लगातार अजरबैजान की मदद कर रही थी, तो वहीं दूसरी तरफ आर्मेनिया का साथ देने वाला कोई और देश नहीं था. जिसके तहत आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोलस पशिन्यान (Nicholas Pashinyan) ने कुछ समय पहले भारत से मदद की गुहार लगाई थी. जिसके जवाब में अब भारत की तरफ से आर्मेनिया के लिए पिनक (Pinaka Rocket System) रवाना कर दिया गया है.
ये एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर है जिसका नाम भगवान शिव के धनुष पिनक के नाम पर रक्खा गया है. ये रॉकेट लॉन्चर अमेरिका के (HIMARS) जितना ताकतवर ही माना जाता है और इससे 40 KM तक तबाही मचाई जा सकती है. और इस रॉकेट लॉन्चर को ईरान के रास्ते से आर्मेनिया पहुचाया गया है.
बतादें की अज़रबैजान और आर्मेनिया के बीच विवाद 1992 मे नागोर्गो – कराबाख के इलाके को लेकर शुरू हुआ था क्योंकि इस इलाके को सोवियत संघ द्वारा अजरबैजान को सौंप दिया गया था. जबकी आर्मेनिया का ये कहना है कि इस इलाके में ज़्यादा तर रहने वाले लोग अर्मेनियाई हैं. वहीं भारत की आर्मेनिया की मदद को लेकर अज़रबैजान के विदेश नीति सलाहकार हिकमत अलीयेव ने भारतीय राजनयिक श्रीधरन मधुसूदनन से हाल ही में मुलाकात करके अपनी चिंता जताई है. हिकमत के मुताबिक भारत की आर्मेनिया को मदद भारत के अज़रबैजान के साथ रिश्ते बिगाड़ सकती है.